रेलवे मोड़ बना क्राइम स्पॉट, संजय गांधी अस्पताल में घायल का इलाज जारी
रीवा।
शहर में अपराधियों के हौसले अब इतने बुलंद हो चुके हैं कि दिनदहाड़े लूटपाट और हमले की घटनाएं आम हो गई हैं। ताजा मामला गंगेव/मनगवां क्षेत्र के निवासी जितेंद्र सिंह का है, जो भूटान से वापस लौटकर घर आ रहा था। लेकिन जैसे ही वह रेलवे मोड़ के पास पहुंचा, पहले से घात लगाए बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया।
हमलावरों ने न केवल उसे बुरी तरह पीटा, बल्कि उसके पास से ₹2600 नकद और मोबाइल फोन भी लूट लिया। घटना के बाद जितेंद्र को गंभीर हालत में संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिसिया सन्नाटा, अपराधियों का तांडव
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे मोड़ पर इस तरह की वारदातें अब आम हो गई हैं, लेकिन पुलिस की गश्त और सक्रियता न के बराबर है। दिनदहाड़े लूट और हमले से यह साफ है कि अपराधी बेखौफ हैं और कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है
लापरवाह तंत्र पर उठ रहे सवाल
सवाल यह है कि आखिर शहर के भीड़भाड़ वाले और संवेदनशील इलाकों में पुलिस की उपस्थिति क्यों नहीं है? आम आदमी अगर विदेश से लौटकर अपने घर तक सुरक्षित नहीं पहुंच सकता, तो फिर सुरक्षा की गारंटी किसकी है?
जनता की मांग – CCTV और चौकसी
इस वारदात के बाद स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने रेलवे मोड़ क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने, स्थायी पुलिस चौकी बनाने, और रात्रि गश्त बढ़ाने की मांग की है।
रीवा अब अपराध का मैदान बनता जा रहा है। यदि अब भी जिम्मेदार तंत्र ने जागरूकता नहीं दिखाई, तो “सुरक्षित रीवा” केवल एक सपना बनकर रह जाएगा।


