लाड़ली बहनों को 1541 करोड़ की 28वीं किश्त, 345 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन
भोपाल पेटलावद/झाबुआ।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार का एकमात्र उद्देश्य है – बहनों की खुशहाली और आत्मनिर्भरता। इसी लक्ष्य को लेकर आज प्रदेश की 1.26 करोड़ लाड़ली बहनों को 1541 करोड़ रुपए की 28वीं किश्त उनके खातों में अंतरित की गई।
मुख्यमंत्री पेटलावद के दौरे पर थे, जहाँ उन्होंने ₹345.34 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कई अहम घोषणाएं भी कीं, जिससे जिले के विकास को रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
इन घोषणाओं और कार्यों से बदलेगा झाबुआ का चेहरा
- राजगढ़ पारा से राणापुर पेट्रोल पंप तक बनेगी 55 किमी की टू-लेन सड़क
- यह रोड क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी और व्यापार-व्यवसाय को भी गति देगी।
- श्रंगेश्वर महादेव मंदिर में 6.5 करोड़ की लागत से घाट निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्य
- यह धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन देगा और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- पेटलावद में सर्वसुविधायुक्त बस स्टैंड का निर्माण
- नया बस स्टैंड क्षेत्र के नागरिकों और यात्रियों के लिए आधुनिक परिवहन सुविधा सुनिश्चित करेगा।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन और गैस सिलेंडर की राहत
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश के 53.48 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को ₹320.89 करोड़ और 31 लाख बहनों को एलपीजी सिलेंडर रीफिलिंग के लिए ₹48 करोड़ भी अंतरित किए गए हैं।
“लाड़ली बहना योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं है, यह आत्मबल और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया गया कदम है,” – मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंच से कहा।
बहनों की मुस्कान ही सरकार की पहचान’
मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि आगामी वर्षों में बहनों की आय को ₹3,000 प्रतिमाह तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब रसोई से पंचायत, रोजगार से उद्यमिता तक की यात्रा सफलतापूर्वक तय कर रही हैं, और सरकार हर कदम पर उनके साथ है।


