रीवा।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी की जन्म शताब्दी के अवसर पर आगामी 17 सितंबर को भव्य समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण भी प्रस्तावित है, जिसे लेकर प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में हलचल बनी हुई है।
नगर निगम की काउंसिल ने प्रतिमा स्थापना के लिए पीटीएस चौक के समीप एक स्थान का चयन किया है। हालांकि, चयनित स्थान को लेकर पुलिस विभाग ने आपत्ति जताई है, जिसका कारण यह बताया जा रहा है कि उक्त ज़मीन पुलिस की जरूरतों के लिए चिन्हित है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा वर्षों से उनकी आवश्यकताओं की अनदेखी की जा रही है, जबकि नगर की अन्य भूमि का उपयोग विभिन्न विकास कार्यों के लिए किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस विभाग इस स्थान पर पुलिस चौकी या थाना स्थापित करने की योजना बना रहा है, और इस संबंध में रिपोर्ट डीजीपी तक भी भेज दी गई है।

वहीं नगर निगम का पक्ष है कि तिवारी जी जैसी सार्वजनिक और ऐतिहासिक शख्सियत की प्रतिमा के लिए शहर के एक प्रमुख स्थान की आवश्यकता है, जिससे आमजन उन्हें सम्मानपूर्वक स्मरण कर सकें।
इस विषय पर राजनीतिक स्तर पर भी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेताओं ने प्रशासनिक रवैये पर नाराजगी जताई है, वहीं ब्राह्मण समाज के कुछ वर्गों ने भी प्रतिमा स्थापना में आ रही अड़चनों पर चिंता व्यक्त की है।
हालांकि प्रशासन का कहना है कि प्रतिमा का अनावरण निश्चित रूप से होगा, और इसके लिए उपयुक्त भूमि जल्द प्रदान की जाएगी। फिलहाल बातचीत का दौर जारी है और संबंधित विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।
श्रीनिवास तिवारी मध्यप्रदेश की राजनीति के एक प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने लम्बे समय तक विधानसभा अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और प्रदेश की संसदीय परंपराओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके शताब्दी समारोह को लेकर पूरे विंध्य क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस अपनी जमीन देने को तैयार है लेकिन उसकी चाहता जमीन के बदले जमीन है।


