ऊर्जा की बचत, आत्मनिर्भर निगम की ओर बढ़ते कदम: रीवा नगर निगम में शुरू हुआ ऊर्जा ऑडिट का पायलट प्रोजेक्ट
स्मार्ट मीटरिंग, ऑटोमैटिक स्ट्रीट लाइटिंग और फिजूलखर्ची पर लगाम लगाने की अनूठी पहल
रीवा, मध्य प्रदेश
रीवा नगर निगम ने ऊर्जा दक्षता और आर्थिक अनुशासन की दिशा में एक ऐतिहासिक और स्मार्ट पहल की शुरुआत की है। निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे की दूरदर्शिता और पहल पर निगम क्षेत्र में ऊर्जा ऑडिट और स्मार्ट मीटरिंग का कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, जिसका उद्देश्य है बिजली की फिजूलखर्ची को रोकना और नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाना।
क्या है यह ऊर्जा ऑडिट अभियान?
ऊर्जा ऑडिट का उद्देश्य नगर निगम द्वारा उपयोग की जा रही बिजली की खपत का वास्तविक विश्लेषण करना, फालतू खर्च को चिन्हित करना, और ऊर्जा दक्षता के लिए ठोस उपाय अपनाना है।
अब तक, 295 LT और 4 HT कनेक्शन चिन्हित किए जा चुके हैं।155 स्मार्ट एनर्जी मीटर स्थापित हो चुके हैं।4 हाईटेंशन कनेक्शनों का डेटा संकलन पूर्ण। 200 स्मार्ट सीसीएमएस पैनल लग चुके हैं, जिससे स्ट्रीट लाइटें अब ऑटोमैटिक ऑन/ऑफ होंगी।
स्ट्रीट लाइटें अब होंगी स्मार्ट बचत भी, सुविधा भी

सीसीएमएस (Centralized Control and Monitoring System) पैनल से अब पूरे रीवा में स्ट्रीट लाइट्स का नियंत्रण ऑटोमैटिक सिस्टम से होगा। इससे मैनुअल स्विचिंग की जरूरत खत्म हो जाएगी और बिजली की खपत में काफी कमी आएगी।
1.2 करोड़ से घटकर हो सकता है 70-80 लाख का बिल

वर्तमान में नगर निगम रीवा को हर महीने लगभग ₹1 से ₹1.2 करोड़ का बिजली बिल चुकाना पड़ता है। लेकिन ऊर्जा ऑडिट और स्मार्ट मीटरिंग के बाद इसमें 30% तक की संभावित बचत की उम्मीद है। इससे न सिर्फ आर्थिक बोझ कम होगा, बल्कि यह पैसा अन्य नागरिक सुविधाओं में लगाया जा सकेगा।
प्रदेश के लिए बनेगा मॉडल 413 नगरीय निकायों तक पहुंचेगा अनुभव
प्रदेश सरकार ने नगर निगम रीवा को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना है। यहां से प्राप्त अनुभव, परिणाम और सुझावों को मध्य प्रदेश के अन्य 413 नगरीय निकायों में लागू किया जाएगा।
इलेक्ट्रिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी किया जा रहा मजबूत
ऊर्जा ऑडिट के साथ-साथ प्रॉपर सर्किट डिजाइनिंग,बैलेंस्ड लोड डिस्ट्रिब्यूशन,ओवरलोडिंग की रोकथाम जैसे तकनीकी सुधार भी किए जा रहे हैं, जिससे स्मार्ट मीटरिंग के बाद कोई समस्या न आए।
निगम आयुक्त बोले पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम
डॉ. सौरभ सोनवणे, आयुक्त नगर निगम रीवा ने कहा:

ऊर्जा ऑडिट से न सिर्फ बिजली बचत होगी, बल्कि पारदर्शिता बढ़ेगी और संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा। यह रीवा नगर निगम को आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत आधार देगा।


