युवक अनिल साहानी ने घायल को अस्पताल पहुंचाकर दिया मानवता का परिचय
रीवा ।
जब ज़्यादातर लोग सड़क हादसे के बाद नज़रें फेर लेते हैं, तब एक युवक ने इंसानियत की मिसाल कायम की।
घटना सिलचट क्षेत्र की है, जहां नागेन्द्र चतुर्वेदी को एक तेज़ रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। कार क्रमांक MP 66 JA 6163 सिंगरौली की ओर से रीवा की तरफ जा रही थी। यह हादसा अचानक हुआ, लेकिन कार चालक अनिल साहानी ने भागने की बजाय वही किया जो एक जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक को करना चाहिए।
रुकी कार, दौड़ी इंसानियत
अनिल साहानी ने न सिर्फ तुरंत अपनी कार रोकी, बल्कि घायल नागेन्द्र चतुर्वेदी को अपनी ही कार में बैठाकर तत्काल संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां उन्होंने उन्हें भर्ती करवाया और डॉक्टरों को सूचना दी। उनकी तेजी और संवेदनशीलता के कारण घायल को समय पर इलाज मिल पाया और उनकी जान बचाई जा सकी।
अनजान था, फिर भी इंसानियत दिखाई
अनिल साहानी ने मीडिया से कहा, “मैं उन्हें नहीं जानता था, लेकिन उस वक़्त मेरी गाड़ी से किसी की ज़िंदगी जुड़ गई थी। अगर मैंने मदद नहीं की होती, तो शायद बहुत देर हो जाती।”
उनका यह छोटा सा कदम हज़ारों लोगों के लिए प्रेरणा बन गया है।
जब हर तरफ संवेदनहीनता बढ़ रही है, तब अनिल साहानी जैसे लोग उम्मीद की किरण हैं। उन्होंने दिखा दिया कि “इंसानियत अब भी ज़िंदा है!”


