रीवा।
कहते हैं न कि जब तीर कमज़ोर हो तो शब्द ज़्यादा तेज़ चला दिए जाते हैं।
कांग्रेस के विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने रीवा प्रवास के दौरान डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला पर जिस अंदाज में आरोपों की झड़ी लगाई, वह खुद लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई।

कटारे ने तो जैसे ‘कोरेक्स’ की बोतल से राजनीति की नई खुराक तैयार कर दी, रीवा में ‘कोरेक्स राजेन्द्र शुक्ला’ जैसे बयान ने माहौल हल्का-फुल्का बना दिया। लेकिन डिप्टी सीएम शुक्ला ने भी क्या खूब पलटवार किया।
हेमंत कटारे के बयानों पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा उन्होंने यहाँ की ज़मीन का भी ज्यादा ज्ञान नहीं… जो भी बोले हैं, वो रटा-रटाया पाठ लग रहा है। वैसे भी उनके पास करने को कोई खास काम नहीं, इसलिये बयानबाज़ी कर रहे हैं।
राजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि रीवा को महानगर बनाने की कोशिशें जारी हैं और इस काम को दिल्ली और भोपाल तक भी सराहा जा रहा है। हम नहीं कहते, बल्कि विपक्ष के वो नेता भी मान रहे हैं ।
शुक्ला ने आगे कहा कि रीवा को स्मार्ट सिटी और महानगर बनाने की कोशिशें लगातार जारी हैं, और इन प्रयासों को न सिर्फ भोपाल और दिल्ली तक सराहा जा रहा है, बल्कि विरोधी खेमे के कई नेता भी इसकी तारीफ कर चुके हैं।
कटारे के ‘कोरेक्स सिद्धांत’ और शुक्ला की मुस्कान ने इस बहस को राजनीतिक मंच से हटाकर सोशल मीडिया के व्यंग्य स्टेज पर पहुंचा दिया है। एक यूज़र ने लिखा , कोरेक्स से रीवा का विकास कैसे मापा जा सकता है?” तो वहीं एक अन्य ने तंज कसा – कटारे जी को रीवा का जनरल नॉलेज कोर्स करा देना चाहिए।
अब जनता भी यही कह रही है, कटारे जी, बात अगर रीवा की हो, तो पहले रीवा को जानिए… वरना हर बयान सिर्फ ठहाकों में खो जाएगा।


