रीवा से प्रेरणा: जहां उम्र नहीं, ऊर्जा बोलती है, वरिष्ठ नागरिकों का अनोखा समूह बना समाज के लिए मिसाल

आज की इस तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में, जहां अधिकतर लोग पैसे और शोहरत के पीछे भाग रहे हैं, वहीं अधिकांश लोग अपने सबसे अनमोल धन स्वास्थ्य की उपेक्षा कर बैठते हैं। जबकि सच्चाई यही है कि स्वास्थ्य ही संपत्ति है।
हर इंसान के जीवन में तीन प्रमुख पड़ाव आते हैं, बचपन, युवावस्था और वृद्धावस्था। युवावस्था में व्यक्ति परिवार और समाज की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो जाता है, वहीं वृद्धावस्था में अक्सर शारीरिक चुनौतियाँ सामने आती हैं।
लेकिन रीवा की धरती पर एक ऐसा प्रेरणादायक समूह भी है, जो इस जीवन यात्रा को एक नई दिशा दे रहा है। यह समूह वर्षों से नियमित रूप से प्रातः भ्रमण करता है, एक-दूसरे का साथ देता है, जीवन की सकारात्मकता को अपनाता है और आध्यात्मिक ऊर्जा से भी स्वयं को जोड़े रखता है।
इस समूह के सदस्य न केवल वरिष्ठ नागरिक हैं, बल्कि समाजसेवी, उच्च पदस्थ अधिकारी और कुछ विधानसभा से भी जुड़े व्यक्ति हैं। यह सभी न सिर्फ़ स्वस्थ जीवनशैली का अनुसरण करते हैं, बल्कि एकजुटता, आत्मीयता और उत्साह से भरपूर जीवन जीने का संदेश भी समाज को दे रहे हैं।
बीते दिन इनका यह पूरा समूह चित्रकूट की यात्रा पर गया, जहां इन्होंने कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा की और प्रभु से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस यात्रा ने इन्हें न केवल अध्यात्मिक रूप से ऊर्जा दी, बल्कि आपसी रिश्तों को भी और अधिक मजबूत किया।
यह समूह हम सभी के लिए एक जीवंत उदाहरण है कि उम्र चाहे जो भी हो, जब उत्साह और सकारात्मकता हो, तो जीवन हर मोड़ पर सुंदर हो सकता है।


