भोपाल।
राजगढ़ ज़िले से एक गज़ब खबर आई है, जिसे पढ़कर आपके मन में तीर्थ यात्रा की जगह रिश्तेदार यात्रा की भावना जाग उठेगी। मध्य प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अब घर-घर की योजना बन चुकी है खासकर उन घरों की, जिनमें भाजपा नेता निवास करते हैं।

सूत्रों की मानें, तो राजगढ़ कलेक्टर द्वारा तैयार की गई तीर्थयात्रियों की सूची में वे लोग शामिल हैं जो पहले भी तीर्थ दर्शन कर चुके हैं और कुछ तो दो बार जाकर भगवान को भी कंफ्यूज़ कर आए हैं:
फिर से आ गए? अभी तो गए थे!
सूची में सबसे श्रद्धालु तीर्थयात्री वे निकले, जिनका भगवान से खून का रिश्ता है मतलब भाजपा नेताओं की पत्नी, चचेरा भाई, मौसी का देवर, फुफा जी का नाती और वह पड़ोसी, जो हर चुनाव में झंडा उठाता है।

आम जनता के लिए यह योजना उतनी ही दूर है, जितनी दूर स्वर्ग है। लेकिन पार्टी से जुड़िए, और बिना पुण्य कमाए ही तीर्थ राज आपके नाम हो जाएगा!

एक बार तो ऐसा लग रहा है कि योजना का नाम बदलकर ‘रिलेशनशिप बेस्ड रिलीजन राइड’ कर देना चाहिए जहाँ आधार कार्ड से ज़्यादा ज़रूरी है नेता जी से नाता।
अब सरकार कह रही है कि जांच होगी।
हाँ हाँ, बिल्कुल होगी जैसे हर बार होती है, और फिर सब तीर्थयात्रा पर निकल जाते हैं एक बार और।
अंत में यही कहा जा सकता है
भगवान सबका भला करे, लेकिन भाजपा नेताओं के रिश्तेदारों से थोड़ा ज़्यादा करें।


