रीवा।
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर पूरे प्रदेश में 13 सितंबर से शुरू हुआ यातायात सुरक्षा सप्ताह रीवा में सिर्फ कागजों तक ही सीमित होकर रह गया है। सड़कों पर न तो पुलिस की कोई विशेष गतिविधि दिख रही है और न ही लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कोई पहल की गई है।
शहर के प्रमुख मार्गों पर पुलिस की निष्क्रियता
यातायात सप्ताह के दौरान पुलिस को सख्त चेकिंग अभियान चलाकर हेलमेट न पहनने वालों, तीन सवारी, सीट बेल्ट का उपयोग न करने वालों और तेज रफ्तार से वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद, शहर के मुख्य चौराहों, जैसे सिरमौर चौराहा और व्यस्त मार्गों पर कहीं भी कोई पुलिसकर्मी नियमों का पालन कराते हुए नजर नहीं आया।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पुलिस की इस निष्क्रियता से यातायात नियमों का उल्लंघन धड़ल्ले से हो रहा है। सड़कों पर न तो कोई पोस्टर या बैनर लगाए गए हैं और न ही लोगों को जागरूक करने के लिए कोई अभियान चलाया गया है।
स्कूलों और कॉलेजों में भी नहीं दिखा असर
मुख्यालय के आदेश में स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर यातायात सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही गई थी। लेकिन, रीवा में अब तक ऐसा कोई भी कार्यक्रम देखने को नहीं मिला है। इससे साफ है कि यह महत्वपूर्ण अभियान जमीनी स्तर पर असफल रहा है।
पुलिस विभाग ने इस मामले में अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जिससे लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि नियमों का पालन करवाने में पुलिस गंभीर नहीं है। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो शहर में यातायात व्यवस्था और भी बिगड़ सकती है।


