लेखक मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री हैं।
भोपाल।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व आज पूरे विश्व के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके नेतृत्व में भारत ने अभूतपूर्व गति से प्रगति की है। उनके जन्मदिन के अवसर पर हम सभी कृतार्थ अनुभव कर रहे हैं और उनके उत्तम स्वास्थ्य तथा दीर्घायु की कामना करते हैं। उन्होंने भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के साथ ही भारतीय संस्कृति, परंपरा और मूल्यों को भी वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित किया है। उनका मंत्र “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” आज राष्ट्र निर्माण का सबसे बड़ा आधार बन चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व तब और अधिक प्रभावी साबित हुआ जब दुनिया कई चुनौतियों से जूझ रही थी। ऐसी विषम परिस्थितियों में उन्होंने न केवल भारत को सुरक्षित रखा, बल्कि प्रगति की नई दिशा भी दी। आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह उपलब्धि केवल आर्थिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक अमूल्य धरोहर है। उनके प्रयास भारत को ‘विश्वगुरु’ के स्थान तक ले जाने वाले हैं। उनकी सोच ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को साकार करती है, जो आज के वैश्विक परिदृश्य में शांति और सामूहिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
ऐतिहासिक स्वास्थ्य योजनाएं और जनकल्याण के प्रयास
स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी के कार्य ऐतिहासिक हैं। पहले कोई यह कल्पना भी नहीं कर सकता था कि कोई सरकार 60 करोड़ से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा दे सकती है। लेकिन आयुष्मान भारत योजना ने इसे हकीकत में बदल दिया। करोड़ों गरीब परिवारों को आयुष्मान कार्ड प्रदान करके उन्हें मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला है। 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए ‘वयवंदना योजना’ के तहत 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुरक्षा ने उन्हें नई आशा और आत्मविश्वास दिया है। कोविड-19 महामारी के कठिन समय में स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण और देशव्यापी टीकाकरण अभियान ने भारत को दुनिया के अग्रणी राष्ट्रों में खड़ा कर दिया।
जनकल्याण के क्षेत्र में भी उनका योगदान असाधारण है। किसानों, गरीबों, महिलाओं और युवाओं के विकास के लिए उन्होंने ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जो सीधे उनकी जिंदगी बदलने वाली साबित हुईं। जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का अभियान केवल स्वास्थ्य और स्वच्छता ही नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता सुधारने का भी प्रतीक है। यह पहल उतनी ही परिवर्तनकारी है जितनी अटल जी की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना थी, जिसने देश के गांवों को नई पहचान दी थी।
आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भारत की मजबूत स्थिति
आर्थिक मोर्चे पर मोदी के नेतृत्व ने भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। एक समय 11वें स्थान पर रही भारतीय अर्थव्यवस्था आज चौथे स्थान पर पहुंच गई है और जापान जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ चुकी है। ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसे अभियानों ने न केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि देश को नवाचार और प्रौद्योगिकी का केंद्र भी स्थापित किया है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी भारत की प्रतिष्ठा अभूतपूर्व रूप से बढ़ी है। जी-20 की अध्यक्षता और वैश्विक मंचों पर भारत की मजबूत भूमिका ने यह साबित कर दिया है कि भारत अब केवल एक उभरती हुई शक्ति नहीं, बल्कि दुनिया का पथप्रदर्शक है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत “विकसित भारत” के लक्ष्य की ओर दृढ़तापूर्वक आगे बढ़ रहा है।
वर्ष 2047 तक विकसित भारत का जो सपना प्रधानमंत्री ने रखा है, वह केवल एक लक्ष्य नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय संकल्प है। यह संकल्प आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सभी क्षेत्रों में भारत को विश्वगुरु बनाने वाला है। आज पूरा देश गर्व और उत्साह के साथ इस यात्रा में सहभागी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं। उनका नेतृत्व भारत को लगातार नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है और आने वाले वर्षों में भारत निश्चित रूप से विश्वगुरु के रूप में स्थापित होगा।


