डिंडोरी (मध्य प्रदेश)।
जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 11वीं कक्षा की छात्रा पर कथित रूप से धर्म परिवर्तन का दबाव डाला जा रहा है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि साहिल अली नामक युवक, जो एक पंक्चर दुकान में काम करता है, उनकी नाबालिग बेटी का मानसिक शोषण कर रहा है, जिससे लड़की को गहरा मानसिक आघात पहुंचा है।
परिवार का कहना है कि साहिल पिछले कुछ समय से छात्रा के संपर्क में है और उसे हिंदू धर्म छोड़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। छात्रा की मां ने बताया कि उन्हें इस संबंध की जानकारी करीब 15 दिन पहले हुई। इसके बाद से ही बच्ची में व्यवहारिक बदलाव देखने को मिले, यहां तक कि वह हिंदू धर्म को लेकर नकारात्मक बातें करने लगी।
परिजनों ने बताया कि छात्रा इतनी मानसिक रूप से टूट चुकी है कि उसने दो बार आत्महत्या का प्रयास किया। लड़की की पढ़ाई पर भी इसका गंभीर असर पड़ा है। आरोप है कि युवक साहिल कभी-कभी छत से बिरयानी पैकेट फेंक कर चला जाता है, जिससे परिवार काफी परेशान है।
विश्व हिंदू परिषद ने दी प्रशासन को चेतावनी
इस मामले में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष जितेंद्र विश्वकर्मा और अजय बर्मन ने पीड़ित परिवार के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मामले को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाए।
पुलिस ने शुरू की जांच
थाना प्रभारी दुर्गा प्रसाद नगपुरे ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने चार संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जानकारी प्राप्त की है, जिनमें दो लड़कियां और दो लड़के शामिल हैं। सभी मुस्लिम समुदाय से जुड़े बताए जा रहे हैं। पुलिस इन नंबरों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है।
समाज में फैली चिंता
इस घटना ने स्थानीय समाज में चिंता का माहौल बना दिया है। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि कैसे नाबालिग छात्र-छात्राओं को धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील मामलों में फंसाया जा रहा है। परिजन और सामाजिक संगठन इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।


