डीईओ कार्यालय बना भ्रष्टाचार का अड्डा, अधिकारी रामराज मिश्रा से नहीं मिल पाते शिक्षक और पत्रकार
रीवा।
रीवा जिला शिक्षा अधिकारी रामराज मिश्रा के कार्यकाल को लेकर भारी नाराजगी और गंभीर आरोप सामने आए हैं। जिले के शिक्षक, कर्मचारी और पत्रकारों का आरोप है कि डीईओ न तो कार्यालय में नियमित रूप से बैठते हैं और न ही किसी का फोन उठाते हैं। कार्यालय पहुंचने वाले लोग अक्सर खाली कुर्सी को देख कर लौट जाते हैं, और कई बार दूर-दराज से आए शिक्षक होटलों में रुकने को मजबूर हो जाते हैं।
फोन भी उठाना ‘मर्ज़ी’ का मामला!
आरोप है कि रामराज मिश्रा आमजन और कर्मचारियों के फोन कॉल रिसीव नहीं करते। केवल अपने “चहेते लोगों” और उच्च अधिकारियों से ही बात करते हैं।

स्थानीयों में चर्चा है कि अधिकारी का रवैया बेहद अहंकारी और असंवेदनशील है।
कार्यालय में भ्रष्टाचार की दलदल
रीवा जिला शिक्षा कार्यालय पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगे हैं।
सूत्रों के अनुसार, कार्यालय में पदस्थ मुख्य लिपिक ज्ञानेंद्र तिवारी और रमसा शाखा प्रभारी बाबू नारायण पांडे पर शासकीय राशि के दुरुपयोग के आरोप हैं।
अधिकारी मिश्रा द्वारा अधिकांश कार्य अपने आवास से संचालित किए जा रहे हैं।


